"आओ योगअपनाएँ"
काया निरोग बनाएँ।
चाहे पद्मासन लगाएँ ,
या सुखासन में बैठ जाएँ।
शांत हो शवासन में लेट जाएँ,
या सिंहासन में दहाड़ लगाएँ ।
अनुलोम-विलोम या प्राणायाम
करें कपालभाति या मंडूकासन।
प्रण लेकर तैयार हो जाएँ,
योगासन कर आनंद मनाएँ।
आओ सब संकल्प दोहराएँ
स्वेच्छा से हम योग अपनाएँ।
योग को नित्य -नियम बनाएँ,
स्वयं करे ,औरों को करवाएँ।
सबको योग- संदेश पहुँचाएँ,
विश्व-शांति का अलख जगाएँ।
रचना- प्रेरणा शर्मा
21-6-17(अन्तर्राष्ट्रीय योगदिवस)
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