माँ जगदंबे !
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1-
शक्तिदायिनी
हे माँ दुर्गे !वर दे
सेवा-भाव से
शृद्धावान कर दे
भक्ति-शक्ति भर दे ।
2-
दिव्य-रूपिणी
सर्वस्व प्रदायिनी
माँ जगदंबे!
समृद्ध जग कर दे
स्नेह-सिक्त मन दे।
3-
सर्वज्ञायिनी
विपत्ति- निवारिणी
संबल-दाता
दुर्जन संहारिणी
बल-युक्त कर दे।
4-
मातृ भवानी!
दिशा-प्रबोधिनी
जन-जन को
हिम्मत से भर दे
साहस का वर दे।
5-
दीप-ज्योति सी
प्रखर प्रकाशिनी
दीप्त शिखा से
जग-तम हारिणी
मन-तम हर दे।
6-
माँ तू जग की
जग का तन-मन
निर्मल कर
उज्ज्वलता भर दे
ज्ञान-ज्योति वर दे।
7-
सौख्यवर्धिनी
सद्भावना भरिणी
आदि-शक्ति माँ
शुभ-शांति कर दे
समता का वर दे।
रचना----
प्रेरणा शर्मा(10-10-16)
Thursday, 13 October 2016
माँ जगदंबे
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विजयदशमी
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